Sunday, 1st January
ईश्वर को सम्पूर्ण समर्पण,
भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों वाले चरित्रों का निर्माण,
शुद्ध दृष्टि का आधार,
तथा
त्याग से प्राप्त नैतिक जीवन -
अपने एवं दूसरों के लिए भी हितकर है।
= स्वामी प्रणवानन्द सरस्वती
<< << << End of Post Dated : 01/01/2017. >> >> >>